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गरिमा सिंह निदेशक सामाजिक संस्था आँखे और डिप्टी एडिटर अर्थव्यवस्था परिदृश्य आज और कल
- भारत के लिए यह अत्यंत गौरव और खुशी का पल होने के साथ-साथ भारत के लिए चुनौती और दायित्व भी बढ़ गया है।
- कोरोना संकठ के दौर में भारत को यह मौका मिला है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ ) को प्रभावी बनाये।
- उल्लेखनीय है कि डॉ. हर्षवर्धन को डब्ल्यूएचओ का कार्यकारी चेयरमैन बनाया गया है।
- केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी बोर्ड के अध्यक्ष का कार्यभार संभाला।
- ये वर्ष 2020 -2021 के लिए बोर्ड के अध्यक्ष निर्वाचित किये गए।
- कार्यकारी बोर्ड के 147 वें सत्र की एक वर्चुअल बैठक में उन्हें निर्वाचित किया गया।
- हर्षवर्धन जी ने जापान के हिरोकी नकातानी का स्थान लिया।
- 34 सदस्यीय इस बोर्ड के मुख्य कार्यो में स्वास्थ्य असेम्बली के निर्णयों व् नीतियों का कार्यान्वयन और इसके काम में सलाह व् सहायता देना है।
- हर्षवर्धन जी ने कार्यकारी बोर्ड के अध्यक्ष का दायित्व स्वीकार करने के बाद सबसे पहले विश्वो कोरोना से जान गंवाने वाले लाखों लोगो को श्रद्धांजलि अर्पित की।
- उन्होने इस अवसर पर उपस्थित सभी सम्मानित महानुभावों से अनुरोध किया कि वे अग्रिम पंक्ति के सभी स्वास्थकर्मियों और अन्य कोरोना योद्धाओं की गरिमा ,संकल्प शक्ति और निष्ठा के लिए उन्हें करतल ध्वनि से सलाम करें।
- हर्षवर्धन जी ने कहा कि मेरे प्रति आप सभी के विश्वास और भरोसे के लिए मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूँ।
- भारत और मेरे सभी देशवासी गौरवान्वित महसूस कर रहे है कि यह सम्मान हम सबको मिला हैं।
- डब्ल्यूएचओ के कार्यकारी बोर्ड के नए अध्यक्ष होने के नाते हर्षवर्धन ने शताब्दियों से मानवता को नुकसान पहुंचा रहे रोगो के बारे में अधिक प्रतिबद्ता की आवश्यकता को रेखांकित किया।
- उन्होंने कहा की वैश्विक संसाधनों का पूल बनाकर और आक्रामक खाका तैयार करने से इन रोगो का उन्मूलन किया जा सकता है।
- उन्होंने कहा कि दवाओं और वैक्सीन की वैश्विक कमी के समाधान और सुधारों की आवश्यकता पूरी करने के लिए एक नया खाका बनाने की आवश्यकता है।